घर नल जल योजना को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान
बिहार सरकार की हर घर नल जल योजना की चर्चा अब सिर्फ़ देश में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होगी। केंद्र सरकार ने बिहार सरकार की सात निश्चय के तहत हर घर नल जल योजना योजना की ना सिर्फ़ जम कर तारीफ़ की, बल्कि जी 20 देशों के सम्मेलन में इसे माॅडल के रूप में प्रदर्शित करने का फैसला लिया है। बिहार की इस योजना की सफलता पर जी-20 के अगले सम्मेलन में चर्चा होगी।पीएचईडी सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
स्टेट वाटर कंट्रोल रूम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली योजना के तहत 3316 कुंआ के जीर्णोद्धार का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें 50 प्रतिशत को पूरा कर लिया गया है। पंचायती राज व पीएचइडी मिल कर इस योजना की माॅनीटरिंग करने के लिए स्टेट वाटर कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। दोनों विभाग साझा रूप से योजना की माॅनीटरिंग करेंगे और किस पंप से कितना पानी निकाला गणस और कहां कितनी जरूरत है, इसकी पूरी निगरानी हो सकेगी।
विभाग द्वारा किए गए अन्य महत्वपूर्ण कार्य
- जल–जीवन–हरियाली अभियान के तहत 3316 कुआं का हुआ जीर्णोद्धार
- 34000 चापाकलों की हुई मरम्मत, 3000 नए चापाकल लगाए गए
- पानी की किल्लत वाली 2000 पंचायतों में 10,000 जल स्रोत चिन्हित किए गए।
महिलायें हुई सशक्त
हर घर नल का जल उपलब्ध होने से विशेषकर महिलाओं की काफी फ़ायदा हुआ हैं, अब उन्हें बाहर या घर से दूर जाकर पानी ढोकर नहीं लाना पड़ रहा है। इस बचे हुये समय का सदुपयोग घर एवं बच्चों की देखभाल या अन्य किसी कार्य में करती है। उन्हें अपने लिये भी ज्यादा समय मिलता है, जिससे वे खुद को आर्थिक रूप से भी अधिक सशक्त हो रही हैं ।